- एयर डिफेंस बना अटूट दीवार: भारतीय सेना की तैयारी
- आतंकी हमलों के बदलते तरीके और मासूमों पर हमले
- शिवखोरी से पहलगाम तक: आतंक की नई चालें और सेना की जवाबी कार्रवाई
Speration Sindoor भारतीय सेना का मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम
Speration Sindoor भारतीय सेना के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के दौरान हमारी सेना पूरी तरह तैयार थी। उन्होंने कहा, “हमारा एयर डिफेंस सिस्टम इतनी मजबूती से तैयार था कि पाकिस्तान उसे भेद नहीं पाया। हमने हर हमले की आशंका को ध्यान में रखते हुए अपनी रणनीति बनाई थी।”

Speration Sindoor : आतंकियों की नई चाल: आम नागरिक भी निशाने पर
लेफ्टिनेंट जनरल घई ने बताया कि अब आतंकी संगठन अपने हमलों की शैली में बदलाव कर रहे हैं। केवल सैनिक ही नहीं, बल्कि आम और मासूम नागरिक भी उनके निशाने पर हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि 2024 में जम्मू में शिवखोरी मंदिर जाते समय तीर्थयात्रियों पर हमला किया गया और इसके कुछ समय बाद, अप्रैल में पहलगाम में पर्यटकों पर भी हमला हुआ।
Speration Sindoor : “पहलगाम तक पाप का घड़ा भर चुका था”
घई ने कहा, “पहलगाम की घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि अब और सहन नहीं किया जाएगा। पाप का घड़ा भर चुका था। इसके बाद जो कुछ भी हुआ, वह हमारी रणनीतिक प्रतिक्रिया का हिस्सा था। हमने जवाबी स्ट्राइक की और पाकिस्तान की तरफ से किसी भी जवाबी कार्रवाई की संभावना को पहले से भांपते हुए, एयर डिफेंस सिस्टम को पूर्ण रूप से सक्रिय कर लिया था।”
Speration Sindoor : एयर डिफेंस बना अभेद्य सुरक्षा कवच
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने प्रेस वार्ता में स्पष्ट कहा कि भारत हर संभावित हमले के लिए पूरी तरह से तैयार था। उन्होंने कहा, “हमारा एयर डिफेंस सिस्टम पूरी मजबूती के साथ तैयार खड़ा था, जैसे एक मजबूत दीवार। हमने किसी भी स्थिति से निपटने की पहले से तैयारी कर रखी थी।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि जब जज़्बा ऊंचा होता है, तो सफलता खुद रास्ता बना लेती है।
आतंकवाद के खिलाफ सटीक और सीमित कार्रवाई
एयर ऑपरेशंस के महानिदेशक, एयर मार्शल ए.के. भारती ने बताया कि भारत की कार्रवाई पूरी तरह से आतंकवाद और आतंकियों के खिलाफ केंद्रित थी। 7 मई को किए गए हमलों में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया। लेकिन उन्होंने अफसोस जताया कि पाकिस्तान की सेना ने इन आतंकियों का साथ देना बेहतर समझा और इसे अपनी लड़ाई बना ली। ऐसी स्थिति में भारतीय जवाबी कार्रवाई जरूरी बन गई। उन्होंने कहा कि जो भी क्षति हुई है, उसकी जिम्मेदारी पूरी तरह पाकिस्तान पर ही है।
सीमा पार किए बिना दिया सटीक जवाब
भारतीय वायुसेना ने अत्यधिक संयम और कुशलता का प्रदर्शन करते हुए सीमापार किए बिना ही आतंकियों पर हमले किए। भारतीय एयर डिफेंस ने पाकिस्तानी मिसाइलों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया और दुश्मन की एयरफोर्स हमारे सुरक्षा तंत्र को भेदने में विफल रही।
लेफ्टिनेंट जनरल घई ने आगे बताया कि 9 से 10 मई की रात पाकिस्तान एयरफोर्स ने भारतीय एयर टीम और लॉजिस्टिक बेस को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारत पहले से तैयार था और उसकी प्रतिक्रिया सटीक रही।