70th national film awards : शुक्रवार को 70वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स की घोषणा की गई, जिसमें मनोज बाजपेयी और शर्मिला टैगोर की फिल्म ‘गुलमोहर’ को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का खिताब मिला। ‘कांतारा’ को भी बड़ी सफलता मिली, जिसमें फिल्म ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और सर्वश्रेष्ठ फिल्म के पुरस्कार जीते। ऋषभ शेट्टी को इस फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चुना गया है।

इसके अलावा, तमिल फिल्म ‘तिरुचित्राम्बलम’ में अपने अभिनय के लिए नित्या मेनन और गुजराती फिल्म ‘कच्छ एक्सप्रेस’ के लिए मानसी पारेख को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला है।
सूरज बड़जात्या बने बेस्ट डायरेक्टर
फिल्म ‘ऊंचाई’ के लिए सूरज बड़जात्या को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार मिला है, जबकि नीना गुप्ता ने इसी फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का खिताब जीता है। प्लेबैक सिंगिंग श्रेणी में, अरिजीत सिंह को ‘ब्रह्मास्त्र’ के लिए सर्वश्रेष्ठ गायक का पुरस्कार मिला है।
ये पुरस्कार उन फिल्मों को प्रदान किए गए हैं जिन्हें 1 जनवरी 2022 से 31 दिसंबर 2022 के बीच फिल्म सेंसर बोर्ड से प्रमाणपत्र प्राप्त हुआ था। अवॉर्ड समारोह अक्टूबर 2024 में आयोजित होगा।
होम्बले फिल्म्स ने 70वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में चार पुरस्कार जीते हैं। इस प्रोडक्शन हाउस की फिल्म ‘कांतारा’ ने दो पुरस्कार अपने नाम किए, जबकि ‘KGF 2’ ने भी दो पुरस्कार हासिल किए। ‘कांतारा’ को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और सर्वश्रेष्ठ फिल्म के अवॉर्ड मिले, वहीं ‘KGF 2’ को सर्वश्रेष्ठ कन्नड़ फिल्म और सर्वश्रेष्ठ एक्शन निर्देशक का पुरस्कार मिला है।
ऋषभ शेट्टी बोले, ये अवॉर्ड देवों को समर्पित है
‘कांतारा’ के लिए नेशनल अवॉर्ड जीतने पर ऋषभ शेट्टी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि वह इस सम्मान से बेहद अभिभूत हैं। उन्होंने इस यात्रा में साथ रहे सभी लोगों, कलाकारों, तकनीशियनों और होम्बले फिल्म्स की टीम के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त की। ऋषभ ने यह भी कहा कि वह अपने दर्शकों के लिए और भी बेहतर फिल्में बनाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने विशेष रूप से ईश्वर का धन्यवाद किया, यह कहते हुए कि देवों के आशीर्वाद के कारण ही वे यहां तक पहुंच सके हैं।
नेशनल अवॉर्ड विनर्स को क्या मिलता है?
नेशनल अवॉर्ड विजेताओं को रजत कमल या स्वर्ण कमल के रूप में एक मेडल दिया जाता है, साथ ही नकद पुरस्कार भी प्रदान किया जाता है। हालांकि, कुछ श्रेणियों में केवल स्वर्ण कमल या रजत कमल ही दिया जाता है।
नेशनल फिल्म अवॉर्ड भारत का सबसे सम्मानित फिल्म पुरस्कार है, जिसकी शुरुआत 1954 में हुई थी। बेस्ट फिल्म की श्रेणी में पहला नेशनल अवॉर्ड मराठी फिल्म ‘श्यामची आई’ को प्राप्त हुआ था।
यह समारोह केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जाता है और इसका संचालन डायरेक्टरेट ऑफ फिल्म फेस्टिवल (DFF) के तहत होता है। इसके बाद राष्ट्रपति द्वारा इन पुरस्कारों का वितरण किया जाता है।